SEO क्या है? SEO कैसे करे? On page SEO & Off page SEO in Hindi (2023)
(This article is all about what is SEO in hindi and how to do seo in hindi language.)
क्या आपकी वेबसाइट भी बहुत मेहनत करने के बावजूद भी गूगल के दूसरे या तीसरे पेज पर ही रैंक होती है?
क्या आपको भी बहुत सारा ट्रैफिक चाहिए और वो भी गूगल से एकदम फ्री में?
अगर आप ब्लॉगिंग कर रहे हो तो इसका मतलब आपने SEO के बारे में कहीं पर तो सुना है।
लेकिन आपको पता ही नहीं है कि SEO क्या है और ये SEO काम कैसे करता है?
क्या आपको भी जानना है की SEO क्या है?
SEO कैसे करते हैं?
On page SEO क्या है? Off page क्या है?
Backlink किसे कहते हैं? Backlinks कैसे बनाते हैं?
Google में रैंक कैसे करते हैं?
इनके जैसे हजारों सवाल इंटरनेट पर पूछे जाते हैं। बहुत सारी चीजें SEO से जुड़ी है।
लेकिन घबराइए मत दोस्तों, क्योंकि इस आर्टिकल में मैं आपको SEO के बारे में सारी जानकारी दूंगा।
इंटरनेट मार्केटिंग की दुनिया में आज की डेट में सबसे ज्यादा इम्पोर्टेन्ट बस एक ही चीज़ है और वो है SEO।
अगर आपका भी कोई यूट्यूब चैनल, कोई वेबसाइट या Blog है या और किसी प्लैटफॉर्म पर आपके डिजिटल ऐसेट से है तो वहाँ पे ऑडियंस लाने के लिए आपको बस एक ही चीज़ ज्यादा जरूरी है और वह है SEO।
SEO की मदद से आप अनलिमिटेड, लाइफटाइम, फ्री का ट्रैफिक ला सकते हो।
तो आइये देखते हैं की SEO kya hai और SEO kaise karte hai?
What is SEO in hindi? SEO क्या है?
Video Tutorial:SEO कैसे काम करता है?
SEO का मतलब होता है सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन (search engine optimization)।
सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला है सर्च एंजिन और दूसरा है ऑप्टिमाइज़ेशन।
किसी भी डिजिटल कंटेंट को सर्च इंजन में रैंक करने की प्रक्रिया को SEO कहते हैं।
पहले बात करते हैं सर्च एंजिन की।
तो सर्च इंजिन क्या होता है?
सर्च इंजन एक सॉफ्टवेयर सिस्टम है जो की वर्ल्ड वाइड वेब से यानी इंटरनेट से जो इन्फॉर्मेशन को सर्च करने के लिए या फिर इन्फॉर्मेशन को ढूंढने के लिए बनाया गया है।
क्योंकि जैसा आपको पता है कि हज़ारों वेबसाइट्स हैं लाखों डेटा यहाँ पर पड़ा है तो उस डेटा को कहीं से ढूंढ कर लाने वाला एक सिस्टम बनाया गया है जिसे हम कहते हैं सर्च इंजिन।
अब ऑप्टिमाइज़ेशन की बात करते हैं ।
तो ऑप्टिमाइज़ेशन का मतलब होता है किसी चीज़ को perfectly इस्तेमाल करना, किसी चीज़ का बेस्ट यूज़ करना।
तो अब यहाँ पर कहने का मतलब यह है कि सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन में हम सर्च इंजिन का बेस्ट ऑप्टिमाइज़ेशन करते हैं यानी सर्च इंजिन को अपने फायदे के लिए बेहतर तरीके से इस्तेमाल करते हैं।
अब आप सोचिये की आप सर्च इंजिन को कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?
तो अगर मेरी वेबसाइट है मेरा अगर बिज़नेस है तो मैं नहीं चाहूंगी कि कोई भी पर्सन जब भी मेरे बिज़नेस से रिलेटेड मेरे सर्विस से रिलेटेड मेरे प्रॉडक्ट से रिलेटेड कुछ भी टाइप करें किसी भी सर्च इंजिन मैं तो उसे मेरी वेबसाइट टॉप पर दिखे। तो यही बेस्ट इस्तेमाल जो है सर्च इंजिन का वो हम करते है।
सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन मैं अभी यहाँ पर सवाल आता है क्या हम सर्च इंजिन को ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं?
तो देखिये सर्च इंजिन एक सॉफ्टवेयर सिस्टम है जो कि बहुत ही ज्यादा मेहनत के बाद बना है और काफी ज्यादा सेक्योर नेटवर्क है।
सर्च इंजिन के जैसे मान लीजिए अगर मैं गूगल का ही एग्जाम्पल लेती हूँ तो क्या आप गूगल के बैकेंड में जाकर और उसके साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं?
आप कुछ उसका इस तरह से चेंज कर सकता है, एल्गोरिदम या उसकी कोडिंग चेंज करके क्या अपनी वेबसाइट को टॉप पर ला सकता है?
नहीं!
तो बेसिकली अगर मैं बहुत ही सिंपल लैंग्वेज में बात करूँ तो सर्च इंजन में आप सर्च इंजिन को ऑप्टिमाइज़ नहीं करते बल्कि आप अपनी वेबसाइट को बेहतर तरीके से ऑप्टिमाइज़ करते हैं जिससे आप सर्च इंजिन का बेस्ट फायदा उठा सके।
For example, अगर मेरा एक डिज़ाइनिंग शोरूम है, मैं डिज़ाइनर ड्रेसेस बनाती हूँ, ये मेरा बिज़नेस है और मैं चाहती हूँ कि जब भी कोई पर्सन सर्च करें। डिज़ाइनर ड्रेसेस इन दिल्ली। उससे मेरा बिज़नेस मेरी वेबसाइट सबसे टॉप पर दिखे।
होगा ना अमेज़िंग तो बस यही हमें करना है कि अपनी वेबसाइट को इतना बेहतर तरीके से ऑप्टिमाइज़ करना है की वो सर्च इंजिन पर टॉप रैंक पर दिखे जिससे मेरा बिज़नेस बूस्ट हो, मेरी कन्वर्जन रेट बढ़े और अल्टीमेटली मेरा बिज़नेस ग्रो करें।
और यही सारी चीजें हम इस article में सीखने वाले हैं।
SEO कें तरीके | Techniques of SEO
हर काम को करने के दो तरीके होते हैं एक होता है सही तरीका और एक होता है गलत तरीका।
वैसे ही SEO करने के भी दो तरीके होते हैं।
सही तरीका जिसे हम बोलते है White Hat SEO ऐंड एक होता है गलत तरीका जिसे हम बोलते है Black Hat SEO।
एक और तरीका है जिसे Grey Hat SEO कहा जाता है। इस प्रकार का SEO व्हाइट हैट SEO और ब्लैक हैट SEO का कॉम्बिनेशन होता है।
Read this: White hat vs Black hat vs Grey hat SEO
SEO के प्रकार | Types of SEO
SEO के मुख्य प्रकार : On Page SEO और Off Page SEO
सर्च इंजन में आपकी वेबसाइट या फिर आपका कोई भी डिजिटल कंटेंट रैंक करने के लिए आपको एसईओ के प्रकार आना बहुत जरूरी है।
इनकी मदद से आपकी वेबसाइट गूगल या फिर अन्य सर्च इंजन में काफी अच्छे तरीके से रैंक कर पाएगी।
रैंकिंग हर किसी सर्च इंजन के अल्गोरिद्म पर डिपेंड करती है। एसईओ काफी complex procedure है।
सब कुछ करने के बावजूद भी आपकी वेबसाइट रैंक होगी, इसकी कोई गारंटी नहीं। क्योंकि सर्च इंजिन अपने एल्गोरिदम के हिसाब से सबसे बेस्ट कंटेंट को सेलेक्ट करता है और अपने सर्च रिज़ल्ट में रैंक करता है।
तो चलिए अभी देखते है वो प्रकार जिसकी मदद से आप एसईओ कर सकते हैं।
On page SEO
On Page SEO में आप वेबसाइट के अंदर का SEO करते है।
वेबसाइट और उसके कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ करने को हम ऑन पेज एसईओ कहते हैं।
On Page SEO में नीचे दी हुई चीजों का इस्तेमाल होता है:
1. Keywords
वेबसाइट पर उपयोग किए जाने वाले कीवर्ड SEO के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
सर्च इंजन यह निर्धारित करने के लिए कीवर्ड का उपयोग करते हैं कि वेबसाइट किस बारे में है और इसे SERPs में कैसे रैंक किया जाना चाहिए।
इसके लिए आपको उचित keyword research करना होगा।
2. Quality Content
खोज इंजन उन वेबसाइटों को पसंद करते हैं जिनमें उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री होती है जो खोजे जा रहे कीवर्ड के लिए प्रासंगिक होती है।
3. Title tag
जब आपकी वेबसाइट रैंक होती है तब सर्च इंजन रिजल्ट्स में यह टाइटल दिखता है।
Title में आपका मेन कीवर्ड आना चाहिए जिसपर आपकी वेबसाइट रैंक करनी है।
4. Meta Description
मेटा विवरण वह पाठ है जो SERPs में शीर्षक टैग के अंतर्गत दिखाई देता है, इसलिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि यह अच्छी तरह से लिखा और सूचनात्मक हो।
इसमें भी आपका मेन कीवर्ड आना चाहिए जिसपर आपको अपनी वेबसाइट रैंक करानी है।
5. URL Structure
बहुत लंबे URL लिखने की कोई जरूरत नहीं है।
इसमें भी आपका मेन कीवर्ड आना चाहिए।
6. Internal Linking
इंटरनल लिंकिंग एक वेबसाइट के एक पेज से दूसरे पेज से लिंक करने की प्रक्रिया है।
आंतरिक लिंकिंग से लिंक किए गए पृष्ठों की रैंकिंग में सुधार करने में मदद मिल सकती है।
7. Mobile friendliness
वेब पर खोज करने के लिए अधिक से अधिक लोग अपने मोबाइल उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं।
सुनिश्चित करें कि आपकी वेबसाइट मोबाइल डिवाइस के लिए ऑप्टिमाइज़ की गई है ताकि आप इन उपयोगकर्ताओं तक पहुंच सकें।
8. Security
सर्च इंजन ऐसी वेबसाइटों को प्राथमिकता देते हैं जो सुरक्षित हों।
सुनिश्चित करें कि आपकी वेबसाइट HTTPS का उपयोग करती है और उसके पास एक मान्य SSL प्रमाणपत्र है।
9. Responsiveness
आपकी वेबसाइट रिस्पॉन्सिव होनी चाहिए।
आपको अपने वेबसाइट को इस तरह डिजाइन करना होगा कि वो किसी भी डिवाइस में अच्छी तरीके से दिख सके।
इसी को ही रिस्पॉन्सिवनेस कहते हैं। आपकी वेबसाइट अगर रिस्पॉन्सिव है तो गूगल की नजर में आपकी अच्छी वेबसाइट है।
10. Page Speed
स्लो वेबसाइट को कोई पसंद नहीं करता।
आप भी नहीं करते होंगे, इसलिए आपको अपनी वेब साइट को इस तरह ऑप्टिमाइज़ करना होगा कि वो तुरंत लोड हो सके।
अगर आपकी वेबसाइट बहुत स्लो है तो गूगल उसे रैंक नहीं करेगा।
आपकी वेबसाइट दो-तीन सेकंड के अंदर ही लोड हो जानी चाहिए वरना यूजर्स आपकी वेबसाइट को छोड़ देंगे और वापस आपके वेबसाइट पर नहीं आएँगे।
Off page SEO
ऑफ-पेज एसईओ अन्य वेबसाइटों से एक वेबसाइट के लिंक बनाने की प्रक्रिया को संदर्भित करता है।
Off Page SEO में नीचे दी हुई चीजों का इस्तेमाल होता है:
1. Backlinks
बैकलिंक्स अन्य वेबसाइटों से आपकी वेबसाइट के लिंक हैं।
बैकलिंक्स खोज इंजनों के लिए एक संकेत हैं कि आपकी वेबसाइट आधिकारिक और भरोसेमंद है।
बैकलिंक काफी महत्वपूर्ण चीज़ है।
अगर आपके पास क्वालिटी बैकलेस है तो आपकी वेबसाइट बहुत जल्दी सर्च इंजन में रैंक करेंगे।
टॉप थ्री एसईओ फैक्टर्स में बैकलिंक जरूर आता है।
लेकिन backlinks को हासिल करना इतना आसान भी नहीं है।
2. Social Media
अगर आपकी वेबसाइट सोशल मीडिया पर भी है तो आपका एक ब्राण्ड बन चुका है और ये खोज इंजन को काफी अच्छा संकेत है।
सोशल मीडिया इंगेजमेंट काफी अच्छा सिग्नल है सर्च इंजन में रैंक करने के लिए।
इससे यह पता चला है कि आपकी वेबसाइट बहुत ही जेन्यूइन और ओरिजिनल है।
3. Guest Posting
गेस्ट ब्लॉग्गिंग अन्य वेबसाइटों के लिए ब्लॉग पोस्ट लिखने की प्रक्रिया है।
गेस्ट ब्लॉगिंग SERPs में आपकी वेबसाइट की रैंकिंग को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।
अगर आपके वेबसाइट का नाम किसी और वेबसाइट पर लिखा जा रहा है या लिंक आपको मिल रही है तो ये बहुत ही अच्छा संकेत है सर्च इंजन को कि आपकी वेबसाइट बहुत ही प्रचलित और प्रसिद्ध है ।
इसका मतलब यह है कि आपके वेबसाइट काफी जेन्यूइन और भरोसेमंद है।
Seo कैसे करे? How to do SEO in hindi?
आप अपनी वेबसाइट के SEO को बेहतर बनाने के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं।
जैसे कि मैंने पहले बताया था एसी हो, काफी कॉम्प्लेक्स चीज़ है। ये आसान नहीं है। अगर आसान होता तो हर कोई कर लेता। डरने की कोई जरूरत नहीं है।
वेबसाइट का एसईओ करने के लिए आपको ऊपर दिए गए चीजों को ध्यान में रखना होगा। ऑन पेज एसईओ और ऑफ पेज एसईओ काफी महत्वपूर्ण चीजें हैं।
अगर आप ऊपर दिए गए चीजें भी कर लें, तो भी आपका 90% एसईओ कवर हो जाएगा।
यहां कुछ सलाह हैं:
1. Keyword Research करें:
इससे पहले कि आप अपनी वेबसाइट का अनुकूलन शुरू करें, आपको लक्षित करने के लिए सही खोजशब्द खोजने के लिए खोजशब्द अनुसंधान करने की आवश्यकता है। इसमें आपकी सहायता के लिए आप Google कीवर्ड प्लानर जैसे टूल का उपयोग कर सकते हैं।
2. High Quality Content बनाएं:
एक बार आपको सही कीवर्ड मिल जाने के बाद, आपको उन कीवर्ड के लिए प्रासंगिक उच्च-गुणवत्ता वाली सामग्री बनानी होगी।
आपकी सामग्री अच्छी तरह से लिखी गई, जानकारीपूर्ण और आकर्षक होनी चाहिए।
3. Backlinks प्राप्त करें:
अन्य वेबसाइटों से बैकलिंक्स प्राप्त करना SEO के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है।
Guest ब्लॉगिंग, forums में भाग लेने और अपनी वेबसाइट को online directory में जमा करने से आप बैकलिंक्स प्राप्त कर सकते हैं।
4. अपनी वेबसाइट को मोबाइल के लिए अनुकूलित करें:
अधिक से अधिक लोग वेब पर खोज करने के लिए अपने मोबाइल उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं।
सुनिश्चित करें कि आपकी वेबसाइट मोबाइल उपकरणों के लिए अनुकूलित है ताकि आप इन उपयोगकर्ताओं तक पहुंच सकें।
5. अपनी वेबसाइट को सुरक्षित रखें:
सर्च इंजन सुरक्षित वेबसाइटों को प्राथमिकता देते हैं।
सुनिश्चित करें कि आपकी वेबसाइट HTTPS का उपयोग करती है और उसके पास एक मान्य SSL प्रमाणपत्र है।
Click here to read about how to do seo by google
Benefits of SEO
एसईओ का सबसे मेन बेनिफिट ये है की आपको एक रूपया भी खर्च करना नहीं पड़ेगा और फिर भी आपको जिंदगी भर के लिए फ्री में ट्रैफिक मिलता रहेगा।
- Increased organic visibility: एसईओ खोज इंजन परिणाम पृष्ठों (एसईआरपी) में आपकी वेबसाइट की दृश्यता को बेहतर बनाने में मदद करता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को प्रासंगिक कीवर्ड या वाक्यांशों की खोज करने पर आपको ढूंढना आसान हो जाता है।
- Higher website traffic: अपनी वेबसाइट को खोज इंजनों के लिए अनुकूलित करके, आप अधिक जैविक ट्रैफ़िक आकर्षित कर सकते हैं, जिससे ब्रांड प्रदर्शन में वृद्धि, उच्च जुड़ाव और अधिक संभावित ग्राहक प्राप्त हो सकते हैं।
- Cost-effective marketing: एसईओ एक दीर्घकालिक निवेश है जो निरंतर वित्तीय निवेश की आवश्यकता के बिना चल रहे लाभ प्रदान कर सकता है। सशुल्क विज्ञापन की तुलना में, एसईओ समय के साथ निवेश पर उच्च प्रतिफल (आरओआई) प्रदान कर सकता है।
- Targeted audience: एसईओ आपको अपने व्यवसाय से संबंधित विशिष्ट कीवर्ड या वाक्यांशों को लक्षित करने की अनुमति देता है, यह सुनिश्चित करता है कि आपकी वेबसाइट उन उपयोगकर्ताओं के लिए दृश्यमान है जो सक्रिय रूप से आपके जैसे उत्पादों या सेवाओं की खोज कर रहे हैं।
- Enhanced user experience: एसईओ में आपकी वेबसाइट की संरचना, नेविगेशन और सामग्री को अनुकूलित करना शामिल है, जो समग्र उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाता है। एक उपयोगकर्ता-अनुकूल वेबसाइट की बाउंस दर कम और रूपांतरण दर अधिक होती है।
- Builds trust and credibility: खोज परिणामों में उच्च रैंकिंग का तात्पर्य उपयोगकर्ताओं से है कि आपकी वेबसाइट भरोसेमंद और आधिकारिक है। एसईओ सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू करके, आप विश्वसनीयता स्थापित कर सकते हैं और संभावित ग्राहकों का विश्वास हासिल कर सकते हैं।
- Long-term results: जबकि एसईओ को परिणाम देखने के लिए समय और प्रयास की आवश्यकता होती है, लाभ लंबे समय तक चलने वाले हो सकते हैं। एक बार जब आप एक उच्च रैंकिंग प्राप्त कर लेते हैं, तो अन्य मार्केटिंग विधियों की तुलना में इसे बनाए रखना आसान होता है, जिसमें निरंतर निवेश की आवश्यकता होती है।
-Competitive advantage: यदि आपके प्रतियोगी एसईओ में निवेश नहीं कर रहे हैं या इसे प्रभावी ढंग से नहीं कर रहे हैं, तो आप खोज परिणामों में उन्हें पछाड़कर और अधिक ट्रैफ़िक और ग्राहकों को आकर्षित करके एक महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
- Mobile optimization: मोबाइल उपकरणों के बढ़ते उपयोग के साथ, एसईओ यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि आपकी वेबसाइट मोबाइल खोज के लिए अनुकूलित है, मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए एक सहज अनुभव प्रदान करती है और संभावित रूप से अधिक मोबाइल ट्रैफ़िक आकर्षित करती है।
- Insights and data: एसईओ उपकरण मूल्यवान डेटा प्रदान करते हैं और आपकी वेबसाइट के प्रदर्शन, उपयोगकर्ता व्यवहार, कीवर्ड रैंकिंग और बहुत कुछ के बारे में जानकारी देते हैं। यह जानकारी आपकी वेबसाइट और मार्केटिंग रणनीतियों को और अधिक अनुकूलित करने के लिए डेटा-संचालित निर्णय लेने में आपकी सहायता कर सकती है।
सारांश
SEO काफी बड़ा टॉपिक है। ये एक आर्टिकल में कवर नहीं हो सकता।
जो भी लोग नए हैं या फिर एसईओ सीखना चाहते हैं या फिर एसईओ के बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को फॉलो कर सकते हैं।
एसईओ करने के बाद वेबसाइट जल्द ही रैंक नहीं होती है। इसमें बहुत समय लगता है।
एकदम प्रॉपर एसईओ करते हैं तो मात्र 3 से 4 महीने में आपकी वेबसाइट रैंक कर सकते हैं।
लेकिन फिर भी इसकी कोई गारंटी नहीं है।
अगर आप अच्छा कंटेंट लिखते हो, आपके पास patience है तो ही आप एसईओ कर पाओगे। अन्यथा सभी प्रयास व्यर्थ है।
एसईओ एक Running race नहीं है, ये एक Marathon है।
जल्दबाजी करके कुछ नहीं मिलेंगे, लेकिन जो ठीक से काम करेंगे और अच्छे से अपने वेबसाइट को ऑप्टिमाइज़ करेगा, वहीं जिंदगीभर के लिए फ्री का ऑर्गेनिक ट्रैफिक अपने वेब साइट पर ला पाएगा।
SEO आपकी वेबसाइट की दृश्यता में सुधार करने और अधिक विज़िटर को आकर्षित करने का एक शानदार तरीका है।